Nice Poem
पैर की मोच
और
छोटी सोच,
हमें आगे
बढ़ने नहीं देती ।
और
छोटी सोच,
हमें आगे
बढ़ने नहीं देती ।
टुटी कलम
और
औरो से जलन,
खुद का भाग्य
लिखने नहीं देती ।
और
औरो से जलन,
खुद का भाग्य
लिखने नहीं देती ।
काम का आलस
और
पैसो का लालच,
हमें महान
बनने नहीं देता ।
और
पैसो का लालच,
हमें महान
बनने नहीं देता ।
अपना मजहब उंचा
और
गैरो का ओछा,
ये सोच हमें इन्सान
बनने नहीं देती ।
और
गैरो का ओछा,
ये सोच हमें इन्सान
बनने नहीं देती ।
दुनिया में सब चीज
मिल जाती है,....
केवल अपनी गलती
नहीं मिलती.....
: भगवान से वरदान माँगा
कि दुश्मनों से
पीछा छुड़वा दो,
अचानक दोस्त
कम हो गए...
मिल जाती है,....
केवल अपनी गलती
नहीं मिलती.....
: भगवान से वरदान माँगा
कि दुश्मनों से
पीछा छुड़वा दो,
अचानक दोस्त
कम हो गए...
º•○●º•○●º•○●º•○●º•○●
" जितनी भीड़ ,
बढ़ रही
ज़माने में..।
लोग उतनें ही,
अकेले होते
जा रहे हे...।।।
बढ़ रही
ज़माने में..।
लोग उतनें ही,
अकेले होते
जा रहे हे...।।।
º•○●º•○●º•○●º•○●º•○●
इस दुनिया के
लोग भी कितने
अजीब है ना ;
लोग भी कितने
अजीब है ना ;
सारे खिलौने
छोड़ कर
जज़बातों से
खेलते हैं...
छोड़ कर
जज़बातों से
खेलते हैं...
º•○●º•○●º•○●º•○●º•○●
किनारे पर तैरने वाली
लाश को देखकर
ये समझ आया...
बोझ शरीर का नही
साँसों का था....
लाश को देखकर
ये समझ आया...
बोझ शरीर का नही
साँसों का था....
º•○●º•○●º•○●º•○●º•○●
दोस्तो के साथ
जीने का इक मौका
दे दे ऐ खुदा...
तेरे साथ तो
हम मरने के बाद
भी रह लेंगे....
जीने का इक मौका
दे दे ऐ खुदा...
तेरे साथ तो
हम मरने के बाद
भी रह लेंगे....
º•○●º•○●º•○●º•○●º•○●
“तारीख हज़ार
साल में बस इतनी
सी बदली है…
तब दौर
पत्थर का था
अब लोग
पत्थर के हैं..."
साल में बस इतनी
सी बदली है…
तब दौर
पत्थर का था
अब लोग
पत्थर के हैं..."
º•○●º•○●º•○●º•○●º•○●
हम वक्त और
हालात के
साथ 'शौक'
बदलते हैं,,
दोस्त नही ... !!
º•○●º•○●º•○●º•○●º•○●हालात के
साथ 'शौक'
बदलते हैं,,
दोस्त नही ... !!
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