Jindagi ka such
बाल सफेद करने मे जिंदगी निकल जाती है....
काले तो आघे घंटे मे
हो जाते है!!
काले तो आघे घंटे मे
हो जाते है!!
"खुशीयां बटोरते बटोरते उमर गुजर गई ,
पर खुश ना हो सके,
एक दिन एहसास हुआ ,
खुश तो वो लोग थे जो खुशीयां बांट रहे थे."
दौलत की भूख ऐसी की कमाने निकल गए ।पर खुश ना हो सके,
एक दिन एहसास हुआ ,
खुश तो वो लोग थे जो खुशीयां बांट रहे थे."
दौलत मिली तो हाथ से रिश्ते निकल गए ।
बच्चों के साथ रहने की फुर्सत ना मिल सकी ।
और जब फुर्सत मिली तो बच्चे खुद ही दौलत कमाने निकल गए
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