Thursday 28 May 2015

Me Kai Visarlo ?

Me Kai Visarlo ?


मी काय विसरलो???

घरात टी वी आला,
         मी वाचन विसरलो।

दारात गाडी आली,
          मी चालणे विसरलो|



हातात मोबाईल आला,
          मी पञलेखन विसरलो!

कॅलक्युलेटर वापरामुळे,
          पाढेच म्हणणे विसरलो।

ए सी च्या संगतीने,
         झाडाखालचा गारवा विसरलो।

शहरात राहील्यामुळे,     
         मातीचा वासच विसरलो।

बँकखाती संभाळताना,   
         पैशाची किंमत विसरलो।



बिभत्स चित्रामुळे,
         सौंदर्य पहाणे विसरलो।

कृत्रिम सेंटच्या वासाने,   
        फ़ुलांचा सुगंध विसरलो।

फ़ास्ट फ़ूडच्या जमान्यात,
        तृप्तीची ढेकर विसरलो।

स्वार्थी नाती जपल्यामुळे,   
       खरे प्रेम करणे विसरलो।

क्षणीक सुखाचे लोभात, 
       सत्कर्मातला  आनंद विसरलो।

माझीच तुमडी भरताना,
      दुस-यांचा विचार करणे विसरलो।

सतत धावत असताना, 
      क्षणभर थांबणं विसरलो।

No comments:

Post a Comment